गांव में भय का ऐसा माहौल है कि पूरा गांव हीं खाली हो चुका है
गया(अरुणजय प्रजापति): डुमरिया प्रखंड के मैगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत के पचमह गांव आज भी लोगो के आने का इन्तेजार कर रहा है।यह वही गांव है जहां एक महिला को डायन बता कर भीड़ ने जिंदा जला दिया था। गांव में भय का ऐसा माहौल है कि पूरा गांव हीं खाली हो चुका है। करीब 40 घरों के इस बस्ती में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है। न तो यहां कोई पुरुष है और न महिलाएं और न ही उनके बच्चे। लोग अपने घरों में ताला जड़ कर गांव छोड़ चुके हैं। यही नहीं वे अपने मेवेशियों को जंगल में छोड़ गए हैं। खेत मे धान की फसल भी ऐसा ही सुख रहा है,कोई धान काटने भी नही आ रहा है।कहे तो इस गांव में आने से लोग अभी भी डरे हुवे।दैनिकभास्कर की टीम बुधवार को मैगरा थाना क्षेत्र के पचमाह गांव पहुँची।गांव वाले से बात करना चाहा,लेकिन गांव में एक भी ब्यक्ति नही मिले।भास्कर की टीम जब पीड़ित के घर पहुची,तो दर्जनों घरो में ताला लटका हुआ मिला।एक भी पुरूष, महिला,बच्चे, बूढ़े,जानवर तक भी नही नजर आए। मृतक के परिवार पुराना घर इमामगंज प्रखंड के परसिया पटेल गांव में रह रहे है।दरअसल बीती 5 नवंबर को गांव की महिला हेमंती देवी को डायन बता कर उग्र भीड़ उसके घर पर महला बोल दिया था। महिला की मार पिटाई के बाद उसे एक कमरे में बंद कर आग के हवाले कर दिया था।
इससे महिला की मौत हो गई थी। साथ ही घर के चार लोग भी जख्मी हो गए थे। इस घटना के करीब 45 दिन पहले गांव के एक युवक रमेश्वर भारती की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। परमेश्वर की मौत के बाद से उसके पिता चंद्रदेव भुइंया और ग्रामीण हेमंती देवी को डायन कहने लगे और यह भी आरोप लगाने लगे थे कि परमेश्वर को हेमंती ने ही काला जादू कर मार दिया है।यही नहीं गांव वालों ने महिला को डायन साबित करने के लिए पड़ोस के गाव के लोगों के बीच जाकर ओझा बुलाने के लिए रुपये पैसे भी चंदा एकत्रित किए थे। ओझा को 45 हजार रुपये में झारखंड से बुलाया गया था। 5 नवंबर की सुबह पंचायत बुंलाई गई थी। ओझा ने दावा किया था कि भरी पंचायत में हेमंती देवी को बुला कर नचवाया जाएगा और फिर उससे कबूल कराया जाएगा कि उसी ने परमेश्वर भारती को मारा है। पंचायत में कुछ फैसला होता की इसके पूर्व उग्र सैकड़ो की भीड़ ने महिला के घर पर हमला बोल दिया।जबरन घर में घुसकर महिला के साथ मारपीट की गई जिसके बाद पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया था।
घटना के बाद मृतक महिला हेमंती देवी के परिजनो में भय का माहौल है।उन्हे आशंका है की कहीं ग्रामीण उनपर हमला न कर दे। उसने पास के दूसरे गांव में अपने रिश्तेदार के यहां शरण ली है।परिजनो के द्वारा 65 लोगो पर नामजद प्राथमिकी और 200 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमे 14 लोगो को गिरफ्तार किया जा चुका है।
खास बात यह है कि न केवल मृतक के परिजनों ने अपने गांव के लोगों के डर से अपना घर व गांव छोड़ा है बल्कि केस में नामजद ग्रामीण व अन्य लोग भी पुलिस की गिरफ्तारी के डर से बचने के लिए घर में ताला जड़ कर भाग गए हैं। उनके घरों के मुख्य दरवाजे पर ताला लटका पड़ा है। उनके मवेशी अब न तो उनके घर के बाहर हैं और न ही गोशाला में हैं। आसपास के लोगों का कहना है कि ग्रामीणों ने अपने मवेशियों को जंगल में छोड़ दिया है।